चेचक (Smallpox or Variola)
यह वायरस जनित एक छूत (Contagious) की गंभीर बीमारी है व अमूमन 10 साल से कम उम्र के बच्चों में देखने में मिलती है. बीमारी एपिडेमिक के रूप में फैलती है. यह दो प्रकार का होता है-
(1) वैरिओला मेजर (Variola Major) o (II) वैरिओला माइनर (Variola minor)ा दोनों ही ड्रॉपलेट संक्रमण के रूप में फैलते हैं . सर्दियों या फिर बसंत ऋतु में रोग का आगाज होता है. बीमारी ऊपरी स्वसन तंत्र के जरिये ड्रॉपलेट इन्फेक्शन के रूप में फैलता है. इन्क्यूबेशन टाइम 7 से 14 दिनों का होता है.
विषाणु का वैज्ञानिक नाम Cytorrhyctes variole guarneirig है. बीमारी छूने , कपडों , बिस्तर इत्यादि से फैलती है. ये रोगाणु काफी समय तक सक्रिय अवस्था में रहते हैं और जैसे ही रोगी के संपर्क में आते हैं , उसमें पहुँच जाते हैं और फिर अपना प्रभाव दिखाना शुरू करते है.
लक्षण (symptoms )
बीमारी के लक्षण अचानक प्रकट होते हैं ा शुरुआत में सुस्ती , तेज ज्वर (fever )102- 105 Degree F, सिर में दर्द , उल्टी , कमर में दर्द, शरीर में फुंसियां निकलना जो कि एक विशेष लक्षण है. लक्षण प्रकट होने के बाद शरीर में फुंसियां तीसरे दिन से निकलने लगती हैं ा सर्व प्रथम चेहरे में माथे पर दानों का निकलना , फिर उनका नीचे की ओर शरीर में सब जगह फैलने लगते हैं ा दाने चेहरे व हाथों पांव में अधिक घने होते है ा जबकि चिकनपॉक्स में धड़ पर दाने अधिक घने होते है. दाने पहले macule , फिर पॉपुले व vesicle, pustule और अंत में पोकमार्क (Pockmark) चेकक के दाग के रूप में प्रकट होते हैं ा
बुखार का दुबारा आना (Secondary Fever) जो कि अमूमन 6 वें दिन से जीवाणु जनित संक्रमण से उत्पन्न होता है, जबकि चिकनपॉक्स में दुबारा बुखार नहीं आता हैा
जटिलतायें
रोग में कभी कभी जटिलतायें complications भी पैदा हो सकती हैं ा Bronchopnumonia, Encephalitis, Neuritis, Dermatitis, मद्य कान का संक्रमण (Otitis Media) आदि ा
चिकित्सा
रोगी बच्चे को अलग कमरे में रखें।
साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें। मुँह इत्यादि को बार बार धुलायें।
अधिक मात्रा में पेय पदार्थ दे( plenty of oral fluid)
बच्चे को Savlon या डेटोल से नहला कर साफ़ रखें।
कपडे को साफ़ कर धोये।
Local application of Potassium Permanganate and Caladryl lotion
- Suitable broad-spectrum antibiotic
+ Antihistamine
+ Antipyretic
+ Multivitamin
Doses according to weight
Prevention
उचित समय पर बच्चे का टीकाकरण(vaccination ) करवायें. अमूमन देखने में आता है की बच्चे को नहलाने से परहेज किया जाता है ा मेडिकेटिड सोप से नहलाने की राय दें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें